स्वस्तिप्रजाभ्यः परिपालयन्तां न्यायेन मार्गेण महीं महीशाः।
गोब्राह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यं लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु॥
- संस्कृत श्लोक
अर्थ: सभी लोगों की भलाई शक्तिशाली नेताओं द्वारा कानून और न्याय के साथ हो।
सभी दिव्यांगों और विद्वानों के साथ सफलता बनी रहे और सारा संसार सुखी रहे।
Meaning: May the well-being of all people be protected By the powerful and mighty leaders be with law and justice.
May the success be with all divinity and scholars, May all (samastāḥ) the worlds (lokāḥ) become (bhavantu) happy (sukhino).
(2)
विवेकख्यातिरविप्लवा हानोपायः।
-स्वामी विवेकानंद
अर्थ: निरंतर अभ्यास से प्राप्त निश्चल और निर्दोष विवेकज्ञान हान(अज्ञानता) का उपाय है।
-In Hindi
Meaning: Uninterrupted practice of discrimination (between real and unreal)is the means to liberation and the cessation of ignorance.
- In English
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