बालः सम्मानजन्मा वा शिष्यो वा यज्ञकर्मणि |
अध्यापयन् गुरूसुतो गुरुवन्à¤ानमर्हति ||
- प्रेरणादायक ( Motivation) श्लोक
अर्थ: गुरुपुत्र अल्पवयस्क, समानवयस्क हो, अध्ययन करने वाला विद्यार्थी हो, अध्यापन कम करता हो, यज्ञ में प्रवीण ऋत्विक हो या ऋत्विक नही हो, वह सदा सम्मान योग्य होता है।
- In Hindi
Meaning: Guruputra is a minor, a minor, a student who studies, reduces teaching, is proficient in a yagya, is not a Ritvik or is not a Ritvik, he is always worthy of respect.
- In English
(2)
पिता वै गार्हपत्योऽग्निर्माताग्निर्दक्षिणः स्मृतः |
गुरुराहवनीयस्तु साग्नित्रेता गरीयसी ||
अर्थ: पिता गार्हपत्य अग्नि और माता दक्षिण नाम की अग्नि कही गयी है, तथा आचार्य (गुरु) को आवहनीय अग्नि बताया गया है, इस प्रकार ये तीन अग्नियां अति श्रेष्ठमानी गयी है।
- In Hindi
Meaning: Father Garhapatya Agni and mother Dakshina are called Agni, and Acharya (Guru) is said to be a fire that is unviable, thus these three Agni are considered very superior.
- In English
2 Comments
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ReplyDeleteGreat..keep going bro..
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