(1)
अपनी इन्द्रियों पर संयम रखने वाले मनुष्य...
श्रद्धावान्ल्लभते ज्ञानं तत्पर: संयतेन्द्रिय:।
ज्ञानं लब्ध्वा परां शान्तिमचिरेणाधिगच्छति॥
                 (चतुर्थ अध्याय, श्लोक 39)
              - श्री मद् भागवत गीता-हिंदी

अर्थ: श्रद्धा रखने वाले मनुष्य, अपनी इन्द्रियों पर संयम रखने वाले मनुष्य, साधन पारायण हो अपनी तत्परता से ज्ञान प्राप्त करते हैं, फिर ज्ञान मिल जाने पर जल्द ही परम-शान्ति को प्राप्त होते हैं।
                           - In Hindi

Meaning: A person with reverence, a man who is restrained on his senses, means to be impartial, get knowledge with his readiness, then soon after attaining enlightenment, he attains supreme peace.
                            - In English
(2)
सभी धर्मों को त्याग कर...
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच:॥
          (अठारहवां अध्याय, श्लोक 66)
              - श्री मद् भागवत गीता-हिंदी

अर्थ: (हे अर्जुन) सभी धर्मों को त्याग कर अर्थात हर आश्रय को त्याग कर केवल मेरी शरण में आओ, मैं (श्रीकृष्ण) तुम्हें सभी पापों से मुक्ति दिला दूंगा, इसलिए शोक मत करो।
                          - In Hindi

Meaning: (O Arjuna) After renouncing all religions, that is, leaving every shelter, come only to my refuge, I (Shri Krishna) will liberate you from all sins, so do not grieve.
                          - In English